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यह सच है कि आजकल नेताओं के पास कहने को ज्यादा कुछ नहीं रह गया है, उनकी बातें और भाषण केवल भड़काते हैं

अब ऐसा ही एक अन्य मामला पश्चिम बंगाल से सामने आ रहा है, जब भाजपा के वरिष्ठ नेता सांसद दिलीप घोष की ओर से मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के संबंध में कहा गया है। यह अपने आप में बेहद लचर और किसी के मनोविज्ञान की छवि सामने वाली टिप्पणी है।

पंजाब में आप के विधायकों को खरीद कर भाजपा सच में सरकार बना सकती है?

पंजाब के आप विधायकों को 25-25 करोड़ रुपये देकर खरीदने के आरोप की जांच विजिलेंस ब्यूरो को दी गई है। आशा की जानी चाहिए कि इस मामले की जांच अगर पूरी होती है तो जल्द सामने आएगी।

क्या लोकतंत्र में सबके पास वोट देने का अधिकार होना चाहिए?

वैसे वोट देने का अधिकार भले ही 18 साल या इससे ऊपर के सभी नागरिकों को हो, लेकिन देश में किसी भी चुनाव के दौरान अक्सर 25-50 फीसदी लोग ऐसे होते हैं जो इस अधिकार का इस्तेमाल नहीं करते.

पंजाब में भाजपा अब कभी नहीं जाएगी बादलों के साथ!

मोदी का यह कहना प्रासंगिक है कि परिवारवाद, लोकतंत्र के लिए खतरा है। कांग्रेस का इसका सबसे बड़ा उदाहरण है कि सक्षम नेतृत्व के अभाव में पार्टी किस प्रकार दिशाहीन हो सकती है।

अब समुद्र (राजनीति) में मगरमच्छ तो होंगे ही, उनसे मुकाबला भी होगा रावत जी !

पंजाब में मुख्यमंत्री को बदलने के पीछे मौजूदा प्रदेश अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू की जिद रही है। पहले उन्होंने तत्कालीन मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के साथ रार रखी और फिर जब अध्यक्ष की कुर्सी मिल गई तो कैप्टन को बाहर करवा दिया। अब कमोबेश यही स्थिति उत्तराखंड में बन गई है, हालांकि यहां पार्टी सत्ता में नहीं है, लेकिन संगठन में खलबली जरूर है।

चाचा-भतीजे में मिटी दूरियां : सपा से मिलकर लड़ेगी शिवपाल की प्रसपा

अखिलेश यादव ने कहा कि उम्मीद है कि आने वाले समय में परिवर्तन होगा और खुशहाली आएगी। लखीमपुर खीरी की घटना का जिक्र करते हुए कहा कि नहीं लगता है कि पूरी दुनिया में कहीं किसानों को कुचल दिया गया हो। कहा कि किसानों को न्याय नहीं मिल रहा है।

तो इस्तीफे से अपनी खामोशी को आवाज दे दी परमार ने, ऐसी 'खामोशी' दूसरे नेताओं की भी हो सकती है

बहरहाल, उपचुनाव के ठीक बाद प्रदेश उपाध्यक्ष का इस्तीफा पार्टी की सेहत का खुलासा भी कर रहा है, अभी उपचुनाव का परिणाम आने के बाद इसे पूरी पार्टी के लिए एक सबक बताया गया है, कहा गया कि महंगाई और किसान आंदोलन की मार ने भाजपा को शिकस्त दे दी।

#farm laws back एक तीर से कई निशाने साधे मोदी ने, विपक्ष हुआ खाली हाथ

आरोप इसके भी लगते हैं कि आंदोलन की आग में घी डालने के लिए ऐसे उपद्रव किए गए। विरोध का इतना तीखा अंदाज न रहा होता तो संभव है सरकार इन कानूनों को वापस लेने का निर्णय भी नहीं लेती। इन कानूनों की वजह से देश को हजारों करोड़ रुपये के राजस्व का नुकसान हुआ है, वहीं जनता को भी भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा है।

कांंग्रेस को अनुशासन के पाठ के साथ सहभागिता और एकजुटता की भी है जरूरत, क्या ऐसा होगा ?

वैसे, सोनिया गांधी ने बेशक कहा है कि उन्हें ही पूर्णकालिक अध्यक्ष समझा जाए लेकिन तकनीकी रूप से वे पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष ही नियुक्ति की गई थीं, कांग्रेस एक परिवार आधारित पार्टी है, ऐसे में वे दबाव डालकर कह सकती हैं कि वे ही पूर्ण अध्यक्ष हैं लेकिन यह अलोकतांत्रिक ही कहलाएगा।

पंजाब में बीएसएफ का दायरा 15 से बढ़ाकर 50 किमी करने पर ऐतराज क्यों

वास्तव में देश की सुरक्षा के मामले में राजनीति नहीं होनी चाहिए। भारत ऐसा देश है, जिसके दुश्मन चारों तरफ से उसे घेरे बैठे हैं, अगर हम अपने अंदर ही एकमत नहीं होंगे तो ऐसे दुश्मनों से लडऩे में हमें अतिरिक्त ऊर्जा लगानी होगी। संघीय ढांचा तब ही कायम रहेगा, जब देश की सुरक्षा भी कायम रहेगी।

देश की हिफाजत और उसके लिए कुर्बान होने वालों की न कमी पड़ी थी और न आगे होगी

आतंकियों की पहचान करके उनका सफाया करना बेहद मुश्किल कार्य है, आतंकी आम नागरिकों की आड़ ले रहे हैं। अगर भूलवश किसी सैनिक की गोली से कोई आम नागरिक हताहत हो जाता है तो यह मानवाधिकारों का मामला हो जाता है और विपक्ष फिर अपना शोर मचाता है, लेकिन सुरक्षा बलों की विडम्बना को नहीं समझ पाता। इस समय देश को सेना और सुरक्षाबलों के साथ खड़े होकर उनका हौसला बढ़ाना चाहिए। 

माननीय कांग्रेसजनों यह आंतरिक लोकतंत्र नहीं, यह स्वार्थ का फूटतंत्र है

पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने तो एक बार फिर पत्र लिखकर जैसे सोए हुए आलाकमान को जगाने का काम कर दिया है। हालांकि एक अन्य वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल ने तो अपने जी-23 ग्रुप को सही ठहराया है वहीं यह भी कह दिया कि यह ग्रुप जी हुजूर-23 नहीं है।

जी-23 के अगुआ कपिल सिब्बल ने पूछा - क्या पंजाब में हमारी वजह से आया संकट

कपिल सिब्बल ने कहा, हम पार्टी को खत्म होते और नुकसान होते नहीं देख सकते। हम पार्टी को कमजोर नहीं कर सकते हैं। हम आज भी यही कह रहे हैं कि पार्टी को बुनियादी तौर पर मजबूत कीजिए और लोगों की बातों को सुनिए।

राजद्रोह का केस दर्ज होना डराता है, यह अभिव्यक्ति की आजादी का मर्दन नजर आता है

एफआईआऱ की कॉपी के अनुसार, पूर्व गवर्नर पर राजद्रोह (124ए), धर्म, जातियों के बीच वैमनस्य को बढ़ाने के आऱोप में धारा 153ए और राष्ट्रीय एकता और अखंडता के खिलाफ बयान को लेकर 153बी के तहत केस दर्ज किया गया है।

लेखक जावेद अख्तर ने तालिबान से की भाजपा, संघ की तुलना

रिपोर्ट के अनुसार जावेद अख्तर ने कथित रूप से यह भी कहा कि भारत एक धर्मनिरपेक्ष देश है,जनसंख्या भी काफी हद तक धर्मनिरपेक्ष है, लेकिन कुछ ऐसे भी हैं जो आरएसएस और वीएचपी जैसे संगठनों का समर्थन करते हैं और नाजियों के समान विचारधारा रखते हैं।

कांग्रेस ने अब जम्मू-कश्मीर पर टिकाई नजरें, राहुल गांधी के दौरे में छिपी बड़ी बात

राहुल गांधी ने कांग्रेस पार्टी के नए पार्टी कार्यालय परिसर का उद्घाटन करने के तुरंत बाद, अपनी कश्मीरी जड़ों की यादें ताजा कीं। श्रीनगर में एक समारोह में पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, मेरा परिवार दिल्ली में रहता है। उससे पहले मेरा परिवार इलाहाबाद में रहता था। 

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