अभी से तालिबान भारत की उपेक्षा कर रहा है तो इसका अर्थ है कि उसके इरादे सही नहीं हैं
वैसे, अफगानिस्तान में तालिबान के सरकार गठन के दावे कितने वाजिब हैं, यह देश के अंदर चल रहे नरसंहार की खबरों से मालूम हो जाता है। दुनियाभर का मीडिया अब अफगानिस्तान में पैर रखते हुए कांप रहा है, जिन देशों के साथ तालिबान के अच्छे रिश्ते हैं, वहां का मीडिया सच दिखाने से आनाकानी कर रहा है।