तो इस्तीफे से अपनी खामोशी को आवाज दे दी परमार ने, ऐसी 'खामोशी' दूसरे नेताओं की भी हो सकती है
बहरहाल, उपचुनाव के ठीक बाद प्रदेश उपाध्यक्ष का इस्तीफा पार्टी की सेहत का खुलासा भी कर रहा है, अभी उपचुनाव का परिणाम आने के बाद इसे पूरी पार्टी के लिए एक सबक बताया गया है, कहा गया कि महंगाई और किसान आंदोलन की मार ने भाजपा को शिकस्त दे दी।