मुंबई/एजेंसी. इसहफ्ते न्यूज
अपनी टिप्पणियों के लिए जाने जाते फिल्म गीतकार और लेखक जावेद अख्तर का टकराव अब राष्ट्रीय स्वयंसेवन संघ और भाजपा से हो गया है। भाजपा ने उन पर पलटवार किया है और उसने अख्तर से माफी मांगने को कहा है। भाजपा नेता राम कदम ने कहा है कि जब तक जावेद अख्तर आरएसएस और वीएचपी की तुलना तालिबान से करने वाले अपने हालिया बयानों के लिए माफी नहीं मांगते, तब तक उनकी फिल्में देश में नहीं दिखाई जाएंगी। बताया गया है कि एक न्यूज पोर्टल को हाल ही में जावेद अख्तर ने साक्षात्कार में कथित रूप से कहा था कि तालिबान बर्बर हैं, उनकी हरकतें निंदनीय हैं, मगर आरएसएस, विहिप और बजरंग दल का समर्थन करने वाले सभी एक जैसे हैं। जावेद अख्तर की ये टिप्पणियां भाजपा को बुरी लगी हैं और उसने अख्तर पर हमला बोला और कहा कि अगर आरएसएस तालिबान की तरह होता, तो उन्हें इस तरह के बयान देने की अनुमति भी नहीं होती।
मुंबई में भाजपा विधायक और प्रवक्ता राम कदम ने कहा कि आरएसएस से जुड़े राजनेता सरकार में मामलों के शीर्ष पर हैं। ये नेता राज धर्म का पालन करते हुए देश चला रहे हैं, अगर वे तालिबान की तरह होते तो क्या जावेद अख्तर को ऐसा बयान देने की अनुमति दी जाती। उन्होंने कहा, यह टिप्पणी करने से पहले उन्हें यह सोचना चाहिए था कि एक ही विचारधारा वाले लोग अब सरकार चला रहे हैं, राज धर्म को पूरा कर रहे हैं। अगर विचारधारा तालिबानी होती, तो क्या वह ये टिप्पणी कर पाते? इससे पता चलता है कि उनके बयान कितने खोखले हैं?
कदम ने कहा कि जावेद अख्तर ने इस तरह की टिप्पणी करके उन्होंने देश में गरीब लोगों के लिए काम करने वाले आरएसएस कार्यकर्ताओं की भावनाओं को ठेस पहुंचाई है। अगर वे उनसे माफी नहीं मांगते हैं तो हम उनकी फिल्मों को इस देश में नहीं चलने देंगे। इस दौरान भाजपा की युवा शाखा ने शनिवार को जावेद अख्तर के जुहू स्थित आवास तक विरोध मार्च निकाला, जिसमें उनके बयान के लिए माफी की मांग की गई। एक युवा कार्यकर्ता ने कहा कि हमें लगता है कि जावेद अख्तर मानसिक रूप से सही नहीं हैं। इस देश ने उन्हें सब कुछ दिया है। आरएसएस जमीनी स्तर पर लोगों की मदद करता है और उन्होंने उनकी तुलना तालिबान से की है। यह अस्वीकार्य है। अगर वह माफी नहीं मांगते हैं तो उनके खिलाफ हमारा आंदोलन और तेज हो जाएगा।
रिपोर्ट के अनुसार जावेद अख्तर ने कथित रूप से यह भी कहा कि भारत एक धर्मनिरपेक्ष देश है,जनसंख्या भी काफी हद तक धर्मनिरपेक्ष है, लेकिन कुछ ऐसे भी हैं जो आरएसएस और वीएचपी जैसे संगठनों का समर्थन करते हैं और नाजियों के समान विचारधारा रखते हैं।