राजनीति

चाचा-भतीजे में मिटी दूरियां : सपा से मिलकर लड़ेगी शिवपाल की प्रसपा

अखिलेश यादव और प्रगतिशील समाजवादी पार्टी प्रमुख शिवपाल यादव के बीच बैठक के बाद हुआ फैसला, सीटों को लेकर अभी तय नहीं, कयास लगाया रहा प्रसपा को मिलेंगी 15 सीटें

16 दिसंबर, 2021 06:03 PM
शिवपाल सिंह यादव और अखिलेश यादव के बीच बीते विधानसभा चुनाव के बाद राजनीतिक दरार आ गई थी। फाइल फोटो वेब मीडिया

इसहफ्ते न्यूज 

सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव इन दिनों प्रदेश के अलग-अलग जिलों में विजय रथ यात्रा निकाल रहे हैं। बुधवार को जौनपुर में उन्होंने कहा कि भाजपा की सरकार ने साढ़े चार साल के कार्यकाल में जनता को धोखा दिया है।

उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में इस बार मुकाबला सत्ताधारी भाजपा और प्रमुख विपक्षी समाजवादी पार्टी के बीच ही होने का अनुमान है। सपा की योजना छोटे दलों को अपने साथ मिलाकर एक बड़ा गठजोड़ करने की है। सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने इस दिशा में कदम बढ़ाते हुए बृहस्पतिवार को अपने चाचा और प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के प्रमुख शिवपाल सिंह यादव से बैठक कर दोनों पार्टियों में गठबंधन की नींव रखी। 

सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने गुरुवार को लखनऊ में शिवपाल सिंह यादव के घर जाकर मुलाकात की और गठबंधन का ऐलान किया। अखिलेश ने ट्वीट कर कहा कि प्रसपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव से मुलाकात हुई और गठबंधन की बात तय हुई। उन्होंने कहा कि क्षेत्रीय दलों को साथ लेने की सपा नीति सपा को निरंतर मजबूत कर रही है और सपा और अन्य सहयोगियों को ऐतिहासिक जीत की ओर ले जा रही है।


वेब मीडिया की एक रिपोर्ट के अनुसार  शिवपाल सिंह यादव ने कार्यकर्ताओं के साथ बैठक कर कहा कि सपा से गठबंधन का निर्णय लिया गया है। शिवपाल को सपा कितने टिकट देगी यह तय नहीं हो पाया है। कयास लगाए जा रहे हैं कि शिवपाल समर्थकों को 15 टिकट दिए जाएंगे।


उल्लेखनीय है कि सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव इन दिनों प्रदेश के अलग-अलग जिलों में विजय रथ यात्रा निकाल रहे हैं। बुधवार को जौनपुर में उन्होंने कहा कि भाजपा की सरकार ने साढ़े चार साल के कार्यकाल में जनता को धोखा दिया है। सरकार के दावे और विज्ञापन झूठे हैं। सूचना मिल रही है कि तीन माह में डीजल और पेट्रोल कंपनियों को 600 गुना फायदा हुआ है।

जनपद दौरे के दूसरे दिन पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि जनता परेशान है। सरकार से पूछना चाहते हैं कि आखिर जनता का पैसा निकालकर अमीरों की जेब क्यों भरी जा रही है। सरकार संविधान की धज्जियां उड़ा रही है। इस सरकार के शासन में सरकारी संपत्तियों और संस्थाओं तक को बेचा जा रहा है। अखिलेश यादव ने कहा कि जैसे-जैसे भाजपा को हार नजदीक दिखाई देगी, वैसे-वैसे उनके बड़े नेता दिखाई देने लगेंगे। दावा किया कि जनता बदलाव चाहती है। यही कारण है कि समाजवादी विजय रथ यात्रा को जनता का अपार समर्थन मिल रहा है।

अखिलेश यादव ने कहा कि उम्मीद है कि आने वाले समय में परिवर्तन होगा और खुशहाली आएगी। लखीमपुर खीरी की घटना का जिक्र करते हुए कहा कि नहीं लगता है कि पूरी दुनिया में कहीं किसानों को कुचल दिया गया हो। कहा कि किसानों को न्याय नहीं मिल रहा है।

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