काबुल : एजेंसियां
अफगानिस्तान में आखिरकार तालिबान वह करने में कामयाब हो चला है, जिसकी मंशा वह बरसों से पाले बैठा था। अमेरिका के जाने के बाद तालिबान लगातार अपनी ताकत को बढ़ाता आया है और अब उसने इस खूबसूरत देश पर अपना शासन जमाने की तैयारी कर ली है। तालिबान के लड़ाके राजधानी काबूल तक पहुंच चुके हैं और अब इस कट्टर इस्लामिक संगठन के हाथ में सत्ता का आधिकारिक रूप से ऐलान ही बचा है। एजेंसियों के मुताबिक मौजूदा राष्ट्रपति अशरफ गनी शांतिपूर्वक तरीके से तालिबान के हाथों में सत्ता सौंपने को तैयार हैं।
हालांकि पहले ऐसा चर्चा में था कि सरकार तालिबान से लड़ती रहेगी, लेकिन अमेरिका समेत लगभग पूरी दुनिया के देशों के दूर होने के बाद से देश में हिंसा को रोकने के लिए गनी ने यह अहम कदम उठाया है। बताया गया है कि अली अहमद जलाली को अफगानिस्तान का अंतरिम राष्ट्रपति बनाया जा सकता है। आप को बताते चलें कि जलाली जनवरी 2003 से सितंबर 2005 तक अफगानिस्तान के आतंरिक मंत्री रह चुके हैं। वे अमेरिका में शिक्षा जगत से जुड़े हुए हैं। गौर होकि कार्यवाहक आतंरिक मंत्री अब्दुल सत्तार मिर्जाकवाल ने टीवी पर अपने संबोधन में कहा है कि एक शांतिपूर्ण संक्रमण होगा, लेकिन अभी तक किसी भी विवरण की पुष्टि नहीं की गई है।
अफगानिस्तान की मौजूदा सरकार के एक अधिकारी ने बताया कि तालिबान के वार्ताकार सत्ता के हस्तांतरण की तैयारी के लिए राष्ट्रपति के आवास जा रहे हैं। अधिकारी ने गोपनीयता की शर्त पर रविवार को बताया कि इस मुलाकात का मकसद तालिबान को शांतिपूर्वक सत्ता सौंपना है। तालिबान ने कहा कि उनकी ताकत के बल पर सत्ता लेने की योजना नहीं है।