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शेख हसीना की नसीहत : भारत में ऐसा कुछ नहीं होना चाहिए जिससे हमारा मुल्क प्रभावित हो

हिंदू मंदिरों पर हमले के मामले में बांग्ला देश की प्रधानमंत्री शेख हसीना की टिप्पणी के तलाशे जा रहे मायने, भारत में ऐसा क्या कुछ होता है, जिससे बांग्लादेशी हिन्दू होते हैं प्रभावित

16 अक्टूबर, 2021 11:51 AM
शेख हसीना ने भारत को नसीहत देते हुए कहा है कि उसे उपद्रवियों को लेकर सख्त रहना चाहिए। फोटो बीबीसी

ढाका/नई दिल्ली. एजेंसी

शेख हसीना ने कहा, दुनिया भर में बढ़ती आतंकवादी गतिविधियों से हम भी प्रभावित हुए हैं। इसे लेकर न केवल हमें सतर्क रहना है बल्कि पड़ोसी मुल्क को भी रहना है। पड़ोसी भारत ने मुक्ति युद्ध में हमें मदद की थी और हम हमेशा इसे लेकर आभारी रहते हैं।

बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने अपने देश में दुर्गा पूजा स्थल और हिंदू मंदिरों पर हमले के मामले में जहां आरोपियों को सजा दिलाने का ऐलान किया है वहीं भारत के संबंध में भी तीखी टिप्पणी की है। क्रिया की प्रतिक्रिया के रूप में पेश करते हुए प्रधानमंत्री ने भारत को नसीहत दी है, उनका कहना है- भारत में भी ऐसा कुछ नहीं होना चाहिए जिससे हमारा मुल्क प्रभावित हो और हमारे हिन्दुओं को मुश्किलों का सामना करना पड़े। उनके इस बयान का अभिप्राय समझा जा रहा है। भारत में अल्पसंख्यकों के मामलों को इससे जोडक़र देखा जा रहा है। भारत-बांग्ला देश के रिश्तों में एक कृत्रिम ठहराव नजर आता है, सीमा विवाद इस ठहराव को क्षतिग्रस्त कर देता है लेकिन फिर कुटनीतिक जरूरत भारत को संवेदनशीलता से मामले को हल करने के लिए विवश कर देती है। बांग्ला देश में हिंदू मंदिरों पर हमले होने को उसी देश तक सीमित रखे जाने की आवश्यकता है, लेकिन अगर इनकी वजह भारत में तलाशी जा रही है तो यह दुर्भाग्यपूर्ण ही कहा जाएगा। बांग्लादेश भारत का मित्र राष्ट्र है, इस नाते उसे भारत का संरक्षण प्राप्त है, लेकिन अपने मित्र राष्ट्र की आस्था के प्रति इस तरह का अनादर भाव बांग्लादेशियों को शोभा नहीं देता।



यह मायने नहीं रखता कि दोषी किस मजहब का है
बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार प्रधानमंत्री शेख हसीना ने कहा है कि कोमिल्ला में हुए हमले की जांच होगी और किसी भी दोषी को छोड़ा नहीं जाएगा। इन हमलों में बांग्लादेश के चांदपुर में चार लोगों की मौत हुई है। बांग्लादेश के प्रमुख अंग्रेजी अखबार ढाका ट्रिब्यून के हवाले से बताया गया है कि शेख हसीना ने कहा कि कोई मायने नहीं रखता है कि दोषी किस मजहब का है। प्रधानमंत्री ने कहा कि दोषियों को पकड़ा जाएगा और उन्हें सजा मिलेगी। बांग्लादेश की प्रधानमंत्री ने यह बात राजधानी ढाका स्थित ढाकेश्वरी मंदिर में दुर्गा पूजा के मौके पर हिन्दुओं को पूजा की बधाई देते हुए कही। प्रधानमंत्री पूजा महोत्सव में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए शामिल हुई थीं। ढाकेश्वरी बांग्लादेश का सबसे बड़ा मंदिर है और इसके नाम पर ही राजधानी ढाका का नाम पड़ा है। 2018 की दुर्गा पूजा में बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने दुर्गा पूजा के मौके पर राजधानी ढाका स्थित ढाकेश्वरी हिंदू मंदिर को 1.5 बीघा जमीन दी थी।

 

भारत में कुछ होता है तो हम भी प्रभावित होते हैं...


इस दौरान प्रधानमंत्री शेख हसीना ने भारत को नसीहत देते हुए कहा है कि उसे उपद्रवियों को लेकर सख्त रहना चाहिए। शेख हसीना ने कहा है, यहां तक कि भारत में भी ऐसा कुछ नहीं होना चाहिए जिससे हमारा मुल्क प्रभावित हो और हमारे हिन्दुओं को मुश्किलों का सामना करना पड़े। भारत में कुछ होता है तो हमारे यहाँ के हिन्दू प्रभावित होते हैं। भारत को भी इसे लेकर सतर्क रहने की जरूरत है। शेख हसीना ने कहा, दुनिया भर में बढ़ती आतंकवादी गतिविधियों से हम भी प्रभावित हुए हैं। इसे लेकर न केवल हमें सतर्क रहना है बल्कि पड़ोसी मुल्क को भी रहना है। पड़ोसी भारत ने मुक्ति युद्ध में हमें मदद की थी और हम हमेशा इसे लेकर आभारी रहते हैं।

 

भारत ने कार्रवाई पर दी प्रतिक्रिया
वहीं बांग्लादेश में हमले को लेकर भारत ने भी प्रतिक्रिया दी। भारत के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने बांग्लादेश की तत्काल कार्रवाई की तारीफ की है। उन्होंने साप्ताहिक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा कि तुरंत कार्रवाई से स्थिति को नियंत्रित कर लिया गया है।

 

जिनकी विचारधारा नहीं, वे करते हैं ऐसी हरकत
शेख हसीना ने कहा कि कोमिल्ला के मंदिर में तोडफ़ोड़ एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना है। जो लोगों का विश्वास जीतने में असमर्थ हैं और जिनकी कोई विचारधारा नहीं है, वे लोग ही इस तरह के हमले कर सकते हैं। शेख हसीना ने कहा, हमें कई सूचनाएं मिल रही हैं। हम उन्हें जरूर पकड़ेंगे, जो हमले में शामिल थे। यह तकनीक का जमाना है। उन्हें जरूर पकड़ा जाएगा। हमने ऐसा अतीत में भी किया है और भविष्य में भी करेंगे। दोषियों को सजा मिलेगी। दोषियों को ऐसी सजा मिलेगी कि याद रहेगी और भविष्य में कोई भी दोबारा करने की हिम्मत नहीं करेगा।

 

कुछ लोग सांप्रदायिक टकराव पैदा करते हैं
शेख हसीना ने कहा, धर्म व्यक्तिगत होता है जबकि त्योहार सबके लिए होता है और हम सभी उत्सव साथ मिलकर मनाते हैं। लेकिन कुछ लोग धर्मांध होते हैं और ऐसे लोग हमेशा सांप्रदायिक टकराव पैदा करते हैं। ऐसे लोग केवल मुस्लिम समुदाय में ही नहीं हैं बल्कि दूसरे धर्मों में भी हैं। अगर हम साथ मिलकर काम करेंगे तो ऐसे लोग सफल नहीं होंगे। उन्होंने कहा, कोमिल्ला में इस तरह का हमला तब हुआ है जब मुल्क तेजी से प्रगति की ओर बढ़ रहा है। प्रधानमंत्री ने कहा, हमारा यही लक्ष्य है कि देश को समस्या से निकालें। गौरतलब है कि बुधवार को कोमिल्ला में सोशल मीडिया पर कुरान के अपमान की खबर से तनाव बढ़ गया था। सोशल मीडिया पर कहा गया था कि ननुआर दिघी में दुर्गा पूजा स्थल पर कुरान का अपमान हआ है। इसके बाद कई दुर्गा पूजा स्थलों पर हमले हुए। शेख हसीना ने बांग्लादेश के हिन्दुओं से ये भी कहा है कि वे खुद को अल्पसंख्यक न मानें और दूसरे धर्म के लोगों की तरह अपने कर्मकांडों का आयोजन करते रहें। हसीना ने कहा कि सभी धर्म के लोग इसी मिट्टी में जन्मे हैं और पले-बढ़े हैं।

 

हमने मिलकर लड़ा मुक्ति युद्ध
प्रधानमंत्री हसीना ने कहा कि 1971 में हमने कंधे से कंधा मिलाकर मुक्ति युद्ध किया था। बंगबंधु शेख मुजीब-उर-रहमान ने बांग्लादेश को एक सेक्युलर देश बनाया था। उन्होंने कहा कि बंगबंधु यही चाहते थे कि बांग्लादेश में सभी धर्म के लोग अपने धर्म का आजादी से पालन करें। शेख हसीना ने कहा, हमारा लक्ष्य बांग्लादेश को शांतिप्रिय देश बनाना है, जहाँ आतंकवाद के लिए कोई जगह नहीं होगी। बंगबंधु ने जिस मकसद से स्वतंत्र मुल्क बनाया था, हम उसी रास्ते पर चलेंगे। हम चाहते हैं कि बांग्लादेश भूख और गरीबी से मुक्त हो और यही बंगबंधु का भी सपना था।

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