इसहफ्ते न्यूज. चंडीगढ़
गृह मंत्रालय की तरफ से एक-दो आपत्ति दर्ज कराई गई थी, जिनका जवाब स्वास्थ्य विभाग की ओर से दिया जा रहा है। इसमें पूछा गया है कि चंडीगढ़ में सिगरेट व तंबाकू अधिनियम लागू है या नहीं। यह अधिनियम चंडीगढ़ में पहले से लागू है।
चंडीगढ़ प्रशासन ने शहर के क्लबों, बार, पब एवं डिस्को आदि में नशे की रोकथाम के लिए कमर कसी है। केंद्रीय गृह मंत्रालय को प्रशासन की ओर से एक फाइल भेजी गई है, जिसमें इन जगहों पर हुक्का पूरी तरह से प्रतिबंधित करने की तैयारी है। प्रशासन के अधिकारियों के मुताबिक केंद्र से स्वीकृति मिलने के साथ ही हुक्के को सर्व नहीं किया जा सकेगा। संभव है, केंद्र सरकार भी इस दिशा में प्रशासन का सहयोग करेगी और उसे प्रतिबंध लगाने की स्वीकृति मिलने की उम्मीद है।
गौरतलब है कि पंजाब में पहले ही हुक्के के सेवन पर प्रतिबंध लगाया जा चुका है। अब चंडीगढ़ में भी हुक्के पर पूर्ण पाबंदी लगने जा रही है। बताया गया है कि इस संंबंध में गृह मंत्रालय की तरफ से एक-दो आपत्ति दर्ज कराई गई थी, जिनका जवाब स्वास्थ्य विभाग की ओर से दिया जा रहा है। इसमें पूछा गया है कि चंडीगढ़ में सिगरेट व तंबाकू अधिनियम लागू है या नहीं। यह अधिनियम चंडीगढ़ में पहले से लागू है।
पंजाब ने नवंबर 2018 में हुक्के के सेवन पर पाबंदी लगा दी थी। सिगरेट एवं अन्य तंबाकू उत्पाद (विज्ञापन पर रोक तथा व्यापार एवं वाणिज्य, उत्पादन, आपूर्ति एवं वितरण का विनियमन) (पंजाब संशोधन) विधेयक, 2018 को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मंजूरी मिलने के बाद पंजाब में हुक्का बैन हुआ था। महाराष्ट्र और गुजरात के बाद पंजाब ऐसा करने वाला तीसरा राज्य था।
दैनिक जागरण में प्रकाशित रिपोर्ट के अनुसार चंडीगढ़ में हुक्का बार अभी तक खास मौकों पर ही बैन लगाया जाता है। पहले कोरोना महामारी को देखते हुए इसे प्रतिबंधित किया गया था। लेकिन हालात सामान्य होने पर इसका चलन बढ़ गया। बार, होटल-रेस्टोरेंट, क्लब, डिस्को आदि में फ्लेवर्ड हुक्का के नाम पर तंबाकू युक्त हुक्का विजिटर्स को उपलब्ध करवाया जाता है। फ्लेवर की आड़ में तंबाकू (निकोटिन) भी सर्व किया जाता है। निकोटिन कैंसर का कारक है। इस वजह से ही अब इसे पूरी तरह से बंद किया जा रहा है। हुक्का बार में कई तरह के नुकसान पहुंचाने वाले केमिकल भी तंबाकू में मिलाए जाते हैं।
इन स्थानों पर जम रही हुक्का महफिलें
जानकारों के अनुसार चंडीगढ़ के सेक्टर-26, 43, नौ, इंडस्ट्रियल एरिया सहित कई सेक्टरों में 40 से अधिक क्लब, डिस्को, होटल-रेस्टोरेंट में फ्लेवर्ड हुक्का बार चलते हैं। आरोप है कि यहां फ्लेवर के नाम पर सीधे नशा परोसा जाता है। कई बार रेड के दौरान ऐसे हुक्का बार से प्रतिबंधित सामान मिला है। फ्लेवर में केमिकल और तंबाकू मिला है। एसडीएम ईस्ट और सेंट्रल अपने एरिया में कई बार रेड कर यह कार्रवाई कर चुके हैं। कई बार ऐसे रेस्टोरेंट हुक्का बार को सील किया गया। लेकिन तीन दिनों बाद यह फिर खुल जाते थे। लेकिन अब हुक्का इस्तेमाल नहीं हो सकता।