Ram ji ki toli zirakpur: जीरकपुर : जीरकपुर में रामजी की टोली के माध्यम से आध्यात्मिक और सामाजिक सरोकारों की अलख जगाने में जुटी जागरूक महिलाओं की टोली की मुहिम लगातार जारी है। यह टोली प्रत्येक मंगलवार को इलाके मंदिरों में हनुमान चालीसा के माध्यम से जहां लोगों को आध्यात्मिक रूप से एक होने का संदेश दे रही है, वहीं मौजूदा समय में समाज में व्याप्त बुराइयों के खात्मे के लिए वैचारिक सोच को ऊंचा उठाने को भी प्रेरित कर रही है। रामजी की टोली ने 108 मंगलवार के संकल्प को कायम रखते हुए बीती 8 अगस्त को 41 मंगलवार पूरे कर लिए हैं। इस अवसर पर हनुमान चालीसा का पाठ, भजन-कीर्तन एवं आध्यात्मिक संवाद कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
राष्ट्रीय सेविका समिति की सदस्यों ने की सराहना
इस अवसर पर महाराष्ट्र से राष्ट्रीय सेविका समिति की प्रचारिका बहन वैशाली भागवत एवं आसाम से बहन मधुमिता साहा ने राम जी टोली मुहिम की प्रेरक एवं नेतृत्वकर्ता गीता अम्बष्टा के जीरकपुर में ढकौली स्थित उनके आवास पर मुलाकात की। इस दौरान राम जी टोली की ओर से उनका भव्य स्वागत करते हुए धर्म जागरण गोष्ठी का आयोजन किया गया। प्रचारिका बहन वैशाली भागवत एवं बहन मधुमिता साहा ने राम जी की टोली के प्रयासों की सराहना की और मौजूदा समय में ऐसे और कार्यक्रम शुरू किए जाने की जरूरत पर बल दिया।
गोष्ठी में धर्मांतरण की समस्या पर हुआ विचार
इस दौरान आयोजित की गई धर्म जागरण गोष्ठी में देश में अवांछित माध्यमों से धर्मांतरण की समस्या पर विचार किया गया। गोष्ठी में दबाव और अनुचित माध्यमों से धर्मांतरण कराने की घटनाओं की निंदा करते हुए लोगों से उन तत्वों से सावधान रहने की नसीहत दी गई जोकि धर्म को जरिया बनाकर समाज में आतंक फैलाते हैं। दोनों प्रचारिकाओं ने कहा कि समाज में बहुआयामी कुरीतियों के खिलाफ एक संगठन को अनुशासित होकर काम करना चाहिए और राम जी टोली यही कर रही है। उन्होंने कहा कि बदलाव लाने के लिए किसी एक व्यक्ति के प्रयास ही काफी होते हैं, लेकिन अगर उस एक व्यक्ति को समान सोच के लोगों का साथ मिल जाए तो फिर यह एक जन आंदोलन बन जाता है।
इलाके में चलाए जा रहे सामाजिक कार्य
गौरतलब है कि राम जी की टोली की ओर से इलाके में सामाजिक कार्यों को अंजाम दिया जा रहा है। बीते दिनों जुलाई में जब भारी बारिश की वजह से इलाके में हर तरफ पानी भर गया था, तब जरूरतमंद लोगों की मदद के लिए टोली ने अनेक सद्प्रयास किए। इनमें जरूरतमंदों को कपड़े और खाद्य सामग्री का वितरण शामिल रहा। टोली की सदस्य महिलाओं के अनुसार उनके लिए सबसे बड़ी खुशी यही है कि उनके प्रयासों से लोगों के जीवन में खुशहाली आए उनके चेहरों पर मुस्कान हो।
टोली का मकसद समाज में सद्भावना लाना : अम्बष्टा
रामजी की टोली का उद्धेश्य ही यह है कि समाज में सद्भावना बढ़े और सुदृढ़ समाज की कल्पना साकार हो। राम जी की टोली की मुखिया गीता अम्बष्टा के अनुसार आज के समय में यह बेहद जरूरी है कि माता-पिता अपने बच्चों में सनातन और हिंदुत्व की भावनाओं को जागृत करें और उन्हें सनातन संस्कृति का ज्ञान कराएं। उनके अनुसार सनातन संस्कृति किसी एक धर्म विशेष से संबंधित नहीं है, अपितु यह जीवन को सकारात्मक तरीके से जीने का माध्यम है। धर्म जागरण चर्चा में टोली की सदस्य रेशमा रानी, गीता, सोनम बहुगुणा, नीरू वधवा, शारदा शर्मा, सुनीता डोगरा, पवन नाहर, कृष्णा, मैना देवी के अलावा समाज सेविका निकिता जैन और स्वाति दीक्षित ने भी हिस्सा लिया और अपने विचार रखे।