#New year 2024 आखिर इस बात से कौन इनकार कर सकता है कि कल, आज की बुनियाद पर टिका होता है, यानी आज जो होगा, उसका असर कल नजर आएगा। दरअसल, आजादी के अमृतकाल में भारत का यही स्वरूप सामने आ रहा है, उसका आज जितना ठोस और सुदृढ़ हो रहा है, उसका कल उतना ही प्रखर बन रहा है। नववर्ष किसी व्यक्ति, समाज, देश के जीवन में नए संदर्भों और लक्ष्यों का प्रतीक होता है। नया साल महज तारीख का बदलाव भी हो सकता है और जीवन में नई ऊंचाइयां हासिल करने का एक मील का पत्थर भी।
इसी लिए यह कहा जाता है कि नववर्ष के लिए हमारे संकल्प और लक्ष्य निर्धारित हों और हम उनको हासिल करने के लिए आगे बढ़ें। निश्चित रूप से साल 2024 देश के लिए अनेक मायनों में विशेष होने जा रहा है। साल 2023 भी भारत के लिए एक निर्णायक वर्ष रहा। इस दौरान हरियाणा, पंजाब और दूसरे राज्यों में जिस प्रकार के सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक परिवर्तन देखने को मिले हैं, वे आगामी वर्षों में इन राज्यों और पूरे देश के लिए निर्णायक साबित होने वाले हैं।
देश के लिहाज से अगर गौर करें तो साल 2024 में आम चुनाव के जरिये देश एकबार पुन: ऐसी प्रक्रिया से गुजरने वाला है, जोकि इसके आगामी पांच वर्ष नहीं अपितु अगले 50 वर्षों का निर्धारण करने वाले हैं। यह बात समझने की है कि आखिर केंद्र में एक सरकार के चयन से हमारे अगले वर्ष किस प्रकार बेहतर हो सकते हैं या फिर विफल हो सकते हैं। लोकतंत्र इसकी अनुमति देता है कि प्रत्येक अपने विचार रखे और उन्हें आगे बढ़ाने के लिए काम करे। लेकिन यह सभी ने देखा है कि बीते समय में ऐसी सरकारें भी आई हैं, जिनका एजेंडा देश नहीं अपितु अपने निजी हित सर्वोपरि रहे हैं।
यह वास्तव में देश को आगे ले जाने वाली स्थिति नहीं थी। अब जब देश में युवा शक्ति का प्रवाह अथाह करवटेंं ले रहा है, जब देश को साल 2047 तक वैश्विक महाशक्ति बनाने का है, तब क्यों नहीं हम आज ऐसा करें जिससे उस साल तक पहुंचते-पहुंचते हम वास्तव में उस संकल्प को पूरा कर सकें। अभिप्राय यह है कि चाहे किसी का भी चयन करें लेकिन वह चयन ऐसा हो, जोकि देश को आगे ले जा सके। देश के समक्ष है जो चुनौतियां हैं, उनसे पार पाया जा सके। आखिर इस बात को स्वीकार करने में क्या हर्ज हो सकता है कि मौजूदा दौर की सरकार के वक्त देश ने अपार तरक्की हासिल की है और देश की उम्मीदें पूरी हुई हैं। यह भी निर्णायक है कि आज दुनिया भारत के महत्व को न केवल मान रही है, अपितु उसे स्वीकार कर उसके लिए स्थान छोड़ रही है। ऐसे में नववर्ष भारत के संपूर्ण विकास और उसके आगे बढऩे की रफ्तार के लिहाज से बेहद महत्वपूर्ण रहने वाला है।
बीते साल 2023 में हरियाणा, पंजाब एवं हिमाचल प्रदेश ने तरक्की के नए सोपान हासिल किए हैं। हरियाणा की बात करें तो यहां बीते 9 साल से भाजपा सरकार है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल के नेतृत्व में यहां गठबंधन सरकार ने विकास के जो बीज बोए हैं, अब वे फसल का रूप ले चुके हैं। प्रदेश में विभिन्न क्षेत्रों में अपार कार्य हुए हैं और सबसे बढक़र सामाजिक संदर्भों में हरियाणा का प्रारूप अब एक सशक्त और प्रगतिशील राज्य के रूप में सामने आया है। हरियाणा अब प्रशासनिक अनुसंधान का केंद्र है और यहां जो योजनाएं लागू की गई हैं, उन्होंने न केवल जनता के जीवन को सुगम बनाया है, अपितु उसे पूरी तरह से बदल दिया है।
यही वजह है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जहां मनोहर सरकार की प्रशंसा कर रहे हैं अपितु दूसरे राज्य यहां के प्रशासनिक मॉडल का अनुशरण कर रहे हैं। इसी तरह से पंजाब में भी आम आदमी पार्टी की सरकार मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व में निरंतर आगे बढ़ रही है और जनता के कल्याण के लिए प्रतिबद्धता प्रदर्शित कर रही है। बीता साल पंजाब के लिए काफी अहम रहा है और अनेक मोर्चों पर उसने बदलाव के लिए निर्णायक कदम बढ़ाए हैं, हालांकि मंजिलें अभी बाकी हैं। हिमाचल प्रदेश में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के नेतृत्व मेंं राज्य सरकार निरंतर प्रदेश की भलाई के लिए कार्यरत है।
वास्तव में देश एवं राज्यों का नववर्ष का संकल्प यही होना चाहिए कि हमें प्रत्येक व्यक्ति के जीवन को श्रेष्ठ बनाना है। देश से उन समस्याओं, तकलीफों को खत्म करना है, जोकि उसके रास्ते की अड़चन बनी हुई हैं, वहीं राज्यों को अपने आंतरिक व्यवधानों को खत्म करना होगा। नया साल प्रत्येक देशवासी के जीवन में नई ऊर्जा, विचार और संकल्प लेकर आए, उन्हें पूरा करने का सामथ्र्य मिले,इसकी कामना की जानी चाहिए। ईश्वर से प्रार्थना है कि यह वर्ष सभी के लिए मंगलमय और विकास के नए पायदान प्रदान करने वाला हो।