नयी दिल्ली : President Draupadi Murmu addressed the joint session of parliament : राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने संसद के संयुक्त अधिवेशन को संबोधित करते हुए कहा कि भ्रष्टाचार लोकतंत्र और सामाजिक न्याय का सबसे बड़ा शत्रु है और देश में बीते वर्षों से इसके खिलाफ निरंतर लड़ाई चल रही है। मुर्मू ने इस संबंध में बेनामी संपत्ति अधिनियम, वस्तु एवं सेवा कर, भगौड़े अपराधियों की संपत्तियोें को जब्त करने के कानून तथा कल्याण योजनाओं में लाभार्थिंयों की राशि सीधे उनके खातों में भेजने जैसे कदमों का जिक्र किया और कहा कि हमने सुनिश्चित किया है कि व्यवस्था में ईमानदारी का सम्मान हो।
मुर्मू ने कहा कि मेरी सरकार का स्पष्ट मत है कि भ्रष्टाचार लोकतंत्र का और सामाजिक न्याय का सबसे बड़ा दुश्मन है। इसलिए बीते वर्षों से भ्रष्टाचार के विरुद्ध निरंतर लड़ाई चल रही है। हमने सुनिश्चित किया है कि व्यवस्था में ईमानदार का सम्मान होगा। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार मुक्त पारिस्थतकीय तंत्र को बनाने के लिए बीते वर्षों में बेनामी संपत्ति अधिनियम को अधिसूचित किया गया तथा आर्थिक अपराध करके फरार हुए अपराधियों की संपत्ति जब्त करने के लिए अधिनियम पारित किया गया।
उन्होंने कहा कि पहले टैक्स रिफंड के लिए लंबा इंतज़ार करना पड़ता था। आज आईटीआर भरने के कुछ ही दिनों के भीतर रिफंड मिल जाता है। आज जीएसटी से पारदर्शिता के साथ-साथ करदाताओं की गरिमा भी सुनिश्चित हो रही है।
राष्ट्रपति ने कहा, जनधन-आधार-मोबाइल से फर्जी लाभार्थियों को हटाने से लेकर वन नेशन वन राशन कार्ड तक, एक बहुत बड़ा स्थाई सुधार हमने किया है। बीते वर्षों में डीबीटी के रूप में, डिजिटल इंडिया के रूप में, एक स्थाई और पारदर्शी व्यवस्था देश ने तैयार की है। उन्होंने कहा कि इस समय 300 से ज्यादा योजनाओं का पैसा सीधे लाभार्थिंयों के बैंक खाते तक पहुंच रहा है और अब तक पूरी पारदर्शिता से 27 लाख करोड़ रूपये से अधिक की रकम करोड़ों लोगों के हाथों में पहुंच चुकी है।
राष्ट्रपति मुर्मू ने आयुष्मान भारत योजना का भी उल्लेख किया और कहा कि इस योजना ने देश के करोड़ों गरीबों को और गरीब होने से बचाया है। पचास करोड़ से अधिक देशवासियों के लिए मुफ्त उपचार की सुविधा से लोगों के अस्सी हजार करोड़ रूपये खर्च होने से बचे हैं।
सबका साथ सबका विकास की सरकार की योजना का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा, “ मेरी सरकार ने बिना किसी भेदभाव के हर वर्ग के लिए काम किया है। बीते कुछ वर्षों में मेरी सरकार के प्रयासों का नतीजा है कि अनेक मूल सुविधाएं आज या तो शत-प्रतिशत आबादी तक पहुंच चुकी हैं या फिर उस लक्ष्य के बहुत निकट हैं।”