हिमाचल

मंडी उपचुनाव : भाजपा बचाने तो कांग्रेस हासिल करने की लड़ेगी जंग

29 सितंबर, 2021 04:23 PM
हिमाचल प्रदेश में मंडी लोकसभा सीट भाजपा सांसद रामस्वरूप शर्मा के देहांत के बाद रिक्त हुई।

इसहफ्ते न्यूज /एजेंसी. चंडीगढ़

कांग्रेस मंडी सीट से इस बार भी दो बार सांसद रह चुकी प्रतिभा सिंह को उपचुनाव लड़ाना चाह रही है। अन्य नेताओं में पूर्व केंद्रीय संचार राज्य मंत्री पंडित सुखराम के पोते और इस सीट से आम चुनाव में कांग्रेस के उम्मीदवार रहे आश्रय शर्मा भी टिकट के इच्छुक हैं। 

चुनाव आयोग की ओर से देश में तीन लोकसभा और विभिन्न राज्यों में 30 विधानसभा सीटों के उपचुनाव की घोषणा के साथ ही जहां चुनाव आचार संहिता लागू हो गई है, वहीं राजनीतिक दलों की ओर से उम्मीदवारों के चयन की प्रक्रिया को तेज कर दिया गया है। हिमाचल प्रदेश में मंडी लोकसभा सीट भाजपा सांसद रामस्वरूप शर्मा के देहांत के बाद रिक्त हुई। मंडी सीट का अपना इतिहास है और राज्य की सत्ता में बैठी भाजपा कभी नहीं चाहेगी कि इस सीट पर किसी अन्य राजनीतिक दल का कब्जा हो।

मंडी सीट यानी पंडित सुखराम का इलाका
मंडी सीट पूर्व मुख्यमंत्री एवं केंद्रीय मंत्री रहे दिवंगत वीरभद्र सिंह और उनकी पत्नी एवं पूर्व सांसद प्रतिभा सिंह की परंपरागत सीट रही है। मंडी मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर का गृह संसदीय क्षेत्र भी है। राजनीतिक विश्लेषक मानते हैं कि इस सीट पर सुखराम फैक्टर काम करता आया है, जोकि हार और जीत का समीकरण बनाता और बिगाड़ता रहा है। इस समय जब यहां उपचुनाव की रणभेरी बज चुकी है, तब यह मुकाबला एक बार फिर दिवंगत मुख्यमंत्री वीरभद्र और मौजूदा मुख्यमंत्री एवं भाजपा नेता जयराम ठाकुर के बीच प्रतिष्ठा का महायुद्ध होने जा रहा है।

केंद्र एवं राज्य सरकार के काम पर लगेगी मुहर
हिमाचल प्रदेश में होने वाला यह उपचुनाव राज्य और केंद्र की मोदी सरकार के काम का आकलन भी साबित हो सकता है। बीते दिनों ऐसी अटकलें लग रही थी कि भाजपा हाईकमान हिमाचल में भी सरकार के चेहरे को बदलने की इच्छा रखती है, हालांकि ऐसी अटकलों को बाद में कोई आधार नहीं मिला है। लेकिन उपचुनाव में भाजपा को कामयाबी मिली तो संभव है, राज्य में सब ठीकठाक ही रहेगा, लेकिन आजकल अपने मंत्रियों, मुख्यमंत्रियों के प्रदर्शन का आकलन कर रहे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अगर हिमाचल में जीत नहीं मिली तो संभव है, यहां भी परिवर्तन की बयार चलने लगे।

प्रतिभा सिंह भी लड़ सकती हैं!
सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस मंडी सीट से इस बार भी दो बार सांसद रह चुकी प्रतिभा सिंह को उपचुनाव लड़ाना चाह रही है। अन्य नेताओं में पूर्व केंद्रीय संचार राज्य मंत्री पंडित सुखराम के पोते और इस सीट से आम चुनाव में कांग्रेस के उम्मीदवार रहे आश्रय शर्मा भी टिकट के इच्छुक हैं। पूर्व मंत्री कौल सिंह ठाकुर भी इस लोकसभा सीट से संभावित उम्मीदवार माने जा रहे हैं। वहीं भाजपा में उम्मीदवार के नाम पर बुधवार तक कोई स्थिति स्पष्ट नजर नहीं आ रही है।

महेश्वर सिंह का भी नाम लेकिन सहमति पर संशय
वैसे प्रतिभा सिंह को चुनाव में हरवा चुके कुल्लू से महेश्वर सिंह भाजपा के लिए उम्मीदवार माने जा रहे हैं, लेकिन पहले कांग्रेस में रह चुके और अपनी पार्टी हिलोपा बनाने वाले महेश्वर सिंह का अतीत भाजपा में हमेशा आस्था वाला नहीं रहा है। संभव है, इसकी वजह से उनका टिकट पक्का होने में दिक्कत आए। उनके अलावा मंडी जिले से संबंध रखने वाले जयराम कैबिनेट के मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर का नाम भी संभावित टिकटार्थियों में शामिल है। पूर्व सांसद रामस्वरूप शर्मा के बेटे शांतिस्वरूप शर्मा ने इस संबंध में अपनी स्थिति साफ नहीं की है। जयराम सरकार के कैबिनेट मंत्री गोविंद ठाकुर, लंबे समय से भाजपा में रहे सुंदरनगर से अजय राणा, 2007 में मंडी सदर से विधानसभा का टिकट ले चुके युवा भाजपा नेता प्रवीण शर्मा, मिल्कफेड के अध्यक्ष निहाल चंद शर्मा जैसे नाम भी टिकट के लिए चर्चा में हैं।  

छह जिलों को मिलाकर है मंडी लोकसभा सीट
प्रदेश में छह जिलों में फैला मंडी संसदीय क्षेत्र भौगोलिक नजर से सबसे बड़ा है। प्रदेश के छह जिलों मंडी, शिमला, किन्नौर, लाहौल स्पीति, कुल्लू, और चंबा जिलों में फैलाव लिए इस लोकसभा क्षेत्र को जीतना किसी भी राजनीतिक दल के लिए हमेशा बड़ी बात रही है। मंडी, शिमला, किन्नौर, लाहौल स्पीति और कुल्लू जिले इसमें पूरे आते हैं, जबकि शिमला जिले का रामपुर और चंबा जिले का भरमौर विधानसभा हलका भी इसका भाग हैं।

Have something to say? Post your comment